शत्रु बाधा मुक्ति एवं विजय प्राप्ति पूजा
शत्रु बाधा मुक्ति एवं विजय प्राप्ति पूजा
पूजा के लाभ
कोर्ट-कचहरी के मामलों से मुक्ति
यदि आप लंबे समय से कानूनी मामलों में उलझे हुए हैं और समस्या का समाधान नहीं मिल रहा है, तो मां बगलामुखी की कृपा से आपको इन परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। यह पूजा कोर्ट-कचहरी के मामलों में विजय प्राप्त करने में सहायक होती है।
बुरी शक्तियों से सुरक्षा
माँ बगलामुखी के दिव्य प्रभाव से दुनिया की हर बुरी ताकत कांपने लगती है। इस पूजा के माध्यम से काले जादू, नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्राप्त होती है। मां स्वयं आपकी रक्षा करती हैं।
शत्रुओं पर विजय
माँ बगलामुखी की विधिपूर्वक पूजा करने से सभी शत्रुओं का नाश होता है। शत्रु आपकी हानि पहुंचाने में असफल रहते हैं और उनके बुरे प्रयास आपके लिए निष्फल हो जाते हैं।
इसलिए, जीवन की सभी बाधाओं और समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए माँ बगलामुखी की पूजा अर्चना करें और उनके आशीर्वाद से जीवन को सुखमय बनाएं।
मंदिर के बारे में
माँ बगलामुखी का सिद्ध पीतांबरा ग्रहशांति पीठ, मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में कुंदा नदी के तट पर स्थित प्राचीन और प्रसिद्ध श्री नवग्रह मंदिर में विराजमान है। माँ बगलामुखी को मृत्युंजय भगवान शिव की आदिशक्ति और त्रिकालदर्शी देवी के रूप में पूजा जाता है।
महाभारत काल की मान्यता:
कहा जाता है कि महाभारत के समय जब पांडव गंभीर संकट में थे, तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें माँ बगलामुखी की पूजा का परामर्श दिया। भगवान श्रीकृष्ण के निर्देशानुसार, पांडवों ने इसी स्थान पर शक्ति स्वरूपा माँ बगलामुखी की आराधना की। उनकी कृपा से पांडव संकटों से मुक्त हुए और खोया हुआ राज्य पुनः प्राप्त कर सके।
सत्ययुग की कथा:
सत्ययुग में एक विनाशकारी तूफान उठा, जो संपूर्ण सृष्टि को नष्ट करने की क्षमता रखता था। इस भयावह आपदा को रोकने के लिए भगवान विष्णु ने सौराष्ट्र क्षेत्र में हरिद्रा सरोवर के निकट घोर तपस्या की। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर माँ बगलामुखी ने चतुर्दशी तिथि को प्रकट होकर उस विनाशकारी तूफान को समाप्त कर दिया और सृष्टि की रक्षा की।
माँ बगलामुखी के इस सिद्ध स्थल को न केवल धार्मिक महत्व प्राप्त है, बल्कि यह भक्तों के संकटों का निवारण करने और शत्रु बाधाओं से मुक्ति दिलाने के लिए भी प्रसिद्ध है। इस पवित्र स्थल पर की गई पूजा-आराधना से ग्रह दोष शांत होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
पूजा के बारे में
माँ बगलामुखी, माँ भवानी के सबसे शक्तिशाली रूपों में से एक मानी जाती हैं। दस महाविद्याओं में इन्हें शक्ति और सुरक्षा की देवी का स्थान प्राप्त है। "बगला" का अर्थ है "लगाम" और "मुखी" का अर्थ है "मुठभेड़," यानी माँ बगलामुखी का नाम शत्रुओं और नकारात्मक ऊर्जाओं को नियंत्रित करने की देवी के रूप में जाना जाता है।
माँ बगलामुखी की विशेषताएँ:
- माँ बगलामुखी को न्याय की देवी भी कहा जाता है।
- शत्रुओं पर विजय, तंत्र-मंत्र और काले जादू से सुरक्षा के लिए माँ बगलामुखी की पूजा अत्यंत प्रभावशाली मानी जाती है।
- पीले वस्त्र और सामग्री का उपयोग करते हुए विद्वान पंडित एवं आचार्यो द्वारा इस पूजा को सही विधि-विधान से करना आवश्यक है।
किन परिस्थितियों में माँ बगलामुखी की पूजा करें?
- कोर्ट-कचहरी के मामलों से छुटकारा पाने के लिए।
- शत्रुओं के षड्यंत्र से बचने और उन पर विजय प्राप्त करने के लिए।
- काली शक्तियों, तंत्र-मंत्र, और जादू-टोने से सुरक्षा के लिए।
- दुर्घटनाओं और जीवन में आने वाली अनचाही बाधाओं से मुक्ति के लिए।
माँ बगलामुखी का सिद्ध पीतांबरा ग्रहशांति पीठ, खरगोन:
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में स्थित यह पवित्र स्थल माँ बगलामुखी की आराधना के लिए प्रसिद्ध है। नवग्रह की नगरी के नाम से प्रसिद्ध इस स्थान पर Navgrah Astro द्वारा आयोजित माँ बगलामुखी पूजा में भाग लें और माँ की कृपा से अपने जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा पाएं।
इस पूजा से आपको शत्रुओं पर विजय मिलेगी, कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिलेगी और जीवन में शांति व समृद्धि का आगमन होगा।